चैपियंस ट्रॉफी के बाद अब भारत-पाकिस्तान आईपीएल के चलते होंगे एक-दूसरे के आमने-सामने, जानिए क्या है पूरा मामला
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी, दूसरी तरफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस पर अड़ा हुआ है कि वह हाइब्रिड मॉडल नहीं अपनाएगा, ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन कहा होगा, इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भारत और पाकिस्तान अपने रुख में बदलाव करने को तैयार नहीं है. इसके चलते आईसीसी और ब्रॉडकास्टर भी चितिंत है. बुधवार को खबर आई कि चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान का मैच नहीं होने पर, ब्रॉडकास्टर ने हाथ खीचने के संकेत दिए हैं. जहां एक तरफ चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दोनों देश आमने-सामने हैं, वहीं दूसरी तरफ एक नया मोर्चा खुल सकता है, जिसने अभी से बोर्ड के साथ साथ ब्रॉडकास्टर की धड़कने बढ़ा दी हैं.
दरअसल, अगले साल पाकिस्तान सुपर लीग की तारीखें इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के साथ टकराने की संभावना है. चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन फरवरी मार्च के बीच होना है. इसी दौरान पीएसएल का आयोजन होता है. ऐसे में पीएसएल के फ्रेंचाइजी मालिकों ने देश के क्रिकेट बोर्ड से प्रतियोगिता के लिए विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता पर स्पष्टता प्रदान करने के लिए कहा है.
पीएसएल फ्रेंचाइजी मालिकों के करीबी एक जानकार सूत्र ने कहा कि उन्होंने नए पीएसएल निदेशक सलमान नसीर को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए जल्द ही एक बैठक बुलाने के लिए कहा गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मामले से संबंधित सूत्र ने कहा,”मालिक चाहते हैं कि पीसीबी उन्हें स्पष्टता दे कि अगर आईपीएल भी उसी समय आयोजित किया जा रहा है तो कौन से खिलाड़ी पीएसएल के लिए उपलब्ध होंगे और प्रसारण कार्यक्रम के बारे में भी.”
रिपोर्ट के अनुसार,”स्पष्टता की कमी के कारण मालिक चिंतित हैं. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड और कुछ अन्य बोर्ड अपने खिलाड़ियों के लीग में खेलने पर प्रतिबंध के बारे में बात कर रहे हैं, इसलिए वे पीएसएल खिलाड़ियों के ड्राफ्ट से पहले स्पष्टता चाहते हैं.”
पीएसएल आम तौर पर फरवरी-मार्च में आयोजित किया जाता है, लेकिन अगले साल चैपिंयस ट्रॉफी के चलते, अगले संस्करण को अप्रैल-मई तक बढ़ा दिया गया है. अगले साल आईपीएल मार्च से मई के बीच आयोजित होने की उम्मीद है. सूत्र ने कहा कि ऐसी आशंका है कि इस सप्ताह के अंत में सऊदी अरब में आईपीएल मेगा नीलामी के बाद कई शीर्ष विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि फ्रेंचाइजी मालिकों को लगता है कि अगले साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी सहित कुछ महत्वपूर्ण मामलों के कारण, पीसीबी अगले पीएसएल संस्करण से संबंधित मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल सकता है. “कुछ फ्रेंचाइजी मालिकों ने सलमान नसीर से एक स्वतंत्र पीएसएल सचिवालय स्थापित करने के वादे पर अमल करने को कहा है जो 10 सालों में नहीं हुआ है.”
अगले साल पीएसएल के 10वें संस्करण के बाद सभी फ्रेंचाइजी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को अपने समझौतों और वित्तीय बांडों पर फिर से विचार करना होगा. पीसीबी मौजूदा छह-टीम पीएसएल में और टीमें भी जोड़ सकता है.
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